Adani Group vs Hindenburg: अडानी ग्रुप ने हिंडनबर्ग के खिलाफ तेज की कानूनी जंग, अमेरिकी लॉ फर्म वाचटेल को किया हायर
Adani Group vs Hindenburg: अडानी ग्रुप ने हिंडनबर्ग के खिलाफ कानूनी सलाहकार कंपनी को हायर कर लिया है.गौतम अडानी अपने इन्वेस्टर्स...

Adani Group vs Hindenburg: अडानी ग्रुप ने हिंडनबर्ग के खिलाफ कानूनी सलाहकार कंपनी को हायर कर लिया है.गौतम अडानी अपने इन्वेस्टर्स का इस कानूनी एक्शन से भरोसा जीतना चाहते हैं. जानिए पूरा मामला क्या है….
Adani Group VS Hindenburg Case Study
देश के बड़े बिजनेसमैन अडानी ग्रुप (Adani Group) और अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग (Hindenburg) अब पूरी तरह से आमने-सामने आ गए है. हिंडनबर्ग के खिलाफ अडानी ग्रुप ने अपनी कानूनी कार्यवाही को और तेज कर दिया है. इस कानूनी कार्यवाही लिए ग्रुप अमेरिका की बड़ी लॉ फर्म (Law Firm) को हायर किया गया है. जिस कंपनी को अडानी ग्रुप ने कानूनी लड़ाई की जिम्मेदारी सौंपी है, उसका नाम वॉचटेल (Wachtell) है. जानिए पूरा मामला क्या है …
सुप्रीम कोर्ट में हो सकती है सुनवाई: Adani Group vs Hindenburg
बिज़नेस टुडे के अनुसार, हिंडनबर्ग के खिलाफ अडानी ग्रुप ने कानूनी लड़ाई के लिए न्यूयार्क के वॉचटेल, लिफ्टन, रोसेन, काट्ज जैसे बड़े लॉ कानून के जानकारों और कानूनी सलाहकार कंपनियों से संपर्क किया है. हिंडनबर्ग की दी गयी रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप को भारी नुकसान झेलना पड़ा. अडानी समूह ने अब उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए अमेरिकी लीगल फर्म वॉचटेल को हायर कर लिया है. अडानी समूह के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में भी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से जुड़ी दो याचिकाओं पर बहुत जल्द ही सुनवाई हो सकती है.
सिरिल अमरचंद मंगलदास से हुई पूछताछ
सिरिल अमरचंद मंगलदास फर्म के कार्यालय में वाचटेल ने संपर्क किया, जो अडानी ग्रुप के साथ काम कर रही है. सिरिल श्रॉफ सिरिल अमरचंद मंगलदास का नेतृत्व कर रहे हैं, गौतम अडानी के बेटे से जिनकी बेटी की शादी हुई है. अडानी ग्रुप के लिए वाचटेल कथित तौर पर एक सलाहकार की भूमिका में है. कॉर्पोरेट हमलावरों द्वारा अवांछित हमलों को विफल करने में विशेषज्ञता रखने वाली यह कानूनी फर्म समूह के लिए कानूनी कोआर्डिनेशन पर काम करती है.
अडानी ग्रुप को 100 अरब डॉलर से ऊपर का नुकसान हुआ
मार्केट कैप अडानी ग्रुप का 100 अरब डॉलर तक घट गया. अडानी की कई कंपनियों को लेकर हिंडनबर्ग ने रिपोर्ट में गंभीर आरोप लगाए गए थे. इस शॉर्ट सेलर कंपनी से अडानी अपने नुकसान का बदला लेना चाहते है. अडानी अब हिंडनबर्ग के साथ कानूनी लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हो गए है.
ये आरोप हिंडनबर्ग ने लगाए थे
24 जनवरी 2023 को हिंडनबर्ग ने अडानी ग्रुप की कंपनियों के बारे में अपनी निगेटिव रिपोर्ट पेश की थी. अडानी ग्रुप को इस रिपोर्ट के आने के बाद से ही जबरदस्त नुकसान अपनी कंपनी के शेयरों (Adani Share) में देखने को मिला है. अडानी समूह की लगभग हर एक कंपनी के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली है.