Arrest Story Behind Sisodia: इतनी आसानी से सिसोदिया ने इस्तीफा नहीं दिया था, सुप्रीम कोर्ट ने भी कर दिया था इन्कार
Arrest Story Behind Sisodia: दिल्ली सरकार और अरविंद केजरीवाल के लिए कल यानि कि मंगलवार का दिन काफी कठिन रहा क्योंकि मनीष...

Arrest Story Behind Sisodia: दिल्ली सरकार और अरविंद केजरीवाल के लिए कल यानि कि मंगलवार का दिन काफी कठिन रहा क्योंकि मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन ने मंगलवार को दिल्ली मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया, इसके बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के मंत्रिमंडल में दो नए लोगों को शामिल करने का रास्ता खुल गया।
प्रवर्तन निदेशालय ने सिसोदिया को रिमांड में रखने की लगातार कोशिश कर रही: Arrest Story Behind Sisodia
जैसा कि प्रवर्तन निदेशालय ने सिसोदिया को रिमांड में रखने की लगातार कोशिश कर रही थी और आखिरकार सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को जमानत याचिका पर सुनवाई से इनकार कर दिया, सिसोदिया और जैन ने मुख्यमंत्री केजरीवाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया। केजरीवाल ने भी इस्तीफा स्वीकर कर लिया आगे की रणनीति तय करने के लिए केजरीवाल ने मंगलवार शाम वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की।
और इस बात पर गहन चर्चा हुई कि सरकार के कामकाज को सुचारू रूप से जारी रखने के लिए किन कदमों का उठाया जाना जरूरी है क्योंकि दिल्ली सरकार के 33 मंत्रालयों में से 18 मंत्रालय सिसोदिया ही देख रहें थे मतलब आधे से भी अधिक इसके बाद मनीष सिसोदिया के सभी 18 विभाग दिल्ली सरकार के मंत्री कैलाश गहलोत व राजकुमार आनंद के बीच बांट दिए गए हैं। दिल्ली सरकार को बजट पेश करना है इसके मद्देनजर कैलाश गहलोत को वित्त विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
अब विधानसभा में वही बजट पेश करेंगे। इसके अलावा उन्हें गृह, जल और पीडब्ल्यू विभाग भी सौंपा गया है। वहीं राजकुमार आनंद को शिक्षा मंत्रालय के अलावा सिसोदिया के 10 विभागों का जिम्मा सौंपा गया है। आम आदमी पार्टी ने फिलहाल जैसे तैसे आने वाले बजट को ध्यान में रखते हुए मंत्रियों का तो ऐलान कर दिया लेकिन जो सबसे जरूरी बात थी कि केजरी वाल के अनुसार देश की सबसे अच्छी सरकार के सबसे अच्छे शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया के मामले पर सुनवाई करने से सुप्रीम कोर्ट ने आखिर क्यों मना कर दिया तो आपको बताते है इसके पीछे की वजह क्या है दरअसल,
अदालत ने दिल्ली आबकारी नीति मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा उनकी गिरफ्तारी
इससे पहले दिन में, शीर्ष अदालत ने दिल्ली आबकारी नीति मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा उनकी गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली सिसोदिया की याचिका पर विचार करने से इनकार करते हुए , मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ और पीएस नरसिम्हा की खंडपीठ ने कहा कि याचिका पर केवल इसलिए विचार नहीं किया जा सकता क्योंकि यह घटना देश की राजधानी दिल्ली में हुई है। पीठ ने टिप्पणी की कि सिसोदिया के पास इस मामले लाभ उठाने के लिए “प्रभावी ताकत और पहुंच है इसके अलावा उनके पास हाई कोर्ट के रूप में वैकल्पिक (कानूनी) उपाय” हैं तो फिर वे सुप्रीम कोर्ट में याचिका क्यों दायर करना चाहते है ।
न्यायमूर्ति नरसिम्हा ने टिप्पणी की, “सिर्फ इसलिए कि दिल्ली में एक घटना होती है, इसका मतलब यह नहीं है कि यह मामला सर्वोच्च न्यायालय में जाएगा।”
संविधान के अनुच्छेद 32 के तहत याचिका पर विचार करने से इनकार करते हुए, CJI ने मौखिक रूप से कहा कि यदि शीर्ष अदालत को ऐसे हर मामले में हस्तक्षेप करने के लिए कहा जाएगा जो दिल्ली में हुआ है।
Arrest Story Behind Sisodia: दो मंत्रियों ने भाजपा सरकार की साजिशों के कारण इस्तीफा दे दिया है
इस तरह से सारे रास्ते बंद होने के बाद सिसोदिया की गिरफ्तारी और आखिरकार इस्तीफा दिया पत्रकारों से बात करते हुए आप प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि दिल्ली की जनता के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हमारे दो मंत्रियों ने भाजपा सरकार की साजिशों के कारण इस्तीफा दे दिया है। दिल्ली में मुख्यमंत्री और छह मंत्रियों के साथ एक छोटा मंत्रिमंडल है।’ दो वरिष्ठ मंत्री सबसे महत्वपूर्ण विभागों को संभाल रहे थे। जल्द ही दो नए मंत्रियों को शामिल किया जाएगा ताकि उनकी अनुपस्थिति में काम प्रभावित न हो।” सौरभ भारद्वाज ने कहा कि , “पूरी आम आदमी पार्टी – हर कार्यकर्ता, हर विधायक – दो मंत्रियों के पीछे खड़ा है।”
वहीं आप प्रवक्ता और विधायक दिलीप पांडेय ने अलग से प्रेस कांफ्रेंस कर पार्टी को समर्थन देने की बात कही. सिसोदिया को “दुनिया का सबसे अच्छा शिक्षा मंत्री” बताया , पांडे ने कहा, “पूरा देश अन्य राज्यों में एक ही वादा पूरा करने के लिए इन दोनों मंत्रियों की ओर देख रहा था। यह भाजपा का मुख्य डर था जिसने इसे दो वरिष्ठ मंत्रियों को निशाना बनाया। लेकिन , पार्टी उनके साथ खड़ी है। काम नहीं रुकेगा।’