Manish Kashyap: मनीष कश्यप के खाते में मिले इतने पैसे? क्या पत्रकारिता की कमाई है या कुछ और?
Manish Kashyap: बिहार के प्रवासी मजदूरों पर हमले और पिटाई के फेक वीडियो वायरल करने के आरोपी मनीष कश्यप पर बड़ी कार्रवाई हुई है...

Manish Kashyap: फेक वीडियो बिहार के प्रवासी मजदूरों पर हमले और पिटाई वायरल करने के आरोपी मनीष कश्यप पर बड़ी कार्रवाई हुई है. बिहार पुलिस ने इस मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए मनीष कश्यप के बैंक खाते फ्रीज कर दिए हैं. बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई यानी (EOU) ने मनीष कश्यप के खातों से भारी रकम बरामद की है. इसके साथ ही पुलिस ने मनीष कश्यप के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी जारी कर दिया है. उन्हें पकड़ने के लिए पुलिस ने विशेष टीम गठित की है.
42 लाख रुपये से भी ज्यादा मिले: Manish Kashyap
मामले में आगे की कार्रवाई की जानकारी शेयर करते हुए बिहार पुलिस ने कई ट्वीट किए. पुलिस ने बताया कि मनीष कश्यप के बैंक अकाउंट्स में जमा राशि को फ्रीज कर दिया गया है. पुलिस के मुताबिक जितने खाते फ्रीज किए गए, उनमें लगभग कुल 42 लाख रुपये जमा थे. मनीष से जुड़े चार अकाउंट्स को फ्रीज किया गया है.
पुलिस के ट्विटर पोस्ट के मुताबिक मनीष के IDFC बैंक अकाउंट में 51 हजार रुपये, SBI अकाउंट में 3 लाख 37 हजार रुपये थे. और HDFC बैंक अकाउंट में 3 लाख 37 हजार रुपये मिले हैं.
पुलिस ने बैंक अकाउंट्स की जानकारी देते हुए आगे बताया कि SACHTAK फाउंडेशन के HDFC अकाउंट में 34 लाख 85 हजार रुपये जमा हैं. पुलिस ने इस अकाउंट को भी फ्रीज कर दिया गया है. बिहार पुलिस ने ये भी बताया कि मनीष कश्यप उर्फ त्रिपुरारी कुमार तिवारी के खिलाफ वित्तीय अनियमितता के साक्ष्य भी मिले हैं. इन सभी की जांच की जा रही है.
बिहार पुलिस ने बताया कि मनीष कश्यप और युवराज सिंह राजपूत की गिरफ्तारी के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया है. पुलिस के मुताबिक दोनों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.
30 फेक वीडियो मिले थे
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार तमिलनाडु में बिहार के प्रवासी मजदूरों पर कथित हमले के कुल 30 वीडियो और सोशल मीडिया पोस्ट मिले थे. इसके बाद EOU ने इस मामले में केस दर्ज किया था. कार्रवाई करते हुए EOU ने बिहार के जमुई जिला स्थित लक्ष्मीपुर थाने के निवासी अमन कुमार को गिरफ्तार किया था. वहीं, युवराज सिंह राजपूत , राकेश तिवारी, और मनीष कश्यप के खिलाफ केस दर्ज किया था.
जांच के आधार पर बिहार पुलिस ने बताया कि सोशल मीडिया पर अपलोड किया गया एक वीडियो किसी की हत्या का है. आगे जांच बढ़ी तो पता चला कि ये किसी की आत्महत्या का पुराना वीडियो है और यह बिहार में रहने वाले किसी व्यक्ति से संबंधित नहीं था. एक और वीडियो भी पुरानी घटना से संबंधित है. ये वीडियो झारखंड और बिहार के दो लोगों के व्यक्तिगत विवाद से जुड़ा था. यानी इसका भी तमिलनाडु के किसी व्यक्ति से कोई लेना देना नहीं था.
ये तो रही मनीष कश्यप के ऊपर की जा रही बिहार पुलिस की कार्यवाही की बात देश और दुनिया की ख़बरों को जानने के लिए जुड़े रहिये हमारे साथ.