Petition Against Wrestlers: बृजभूषण की तरफ से दायर की गयी याचिका निकली फर्जी
Petition Against Wrestlers: भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के ऊपर पहलवानों ने यौन उत्पीड़न जैसे गंभीर आरोप लगाए है...

Petition Against Wrestlers: भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के ऊपर पहलवानों ने यौन उत्पीड़न जैसे गंभीर आरोप लगाए है इसी बीच सोमवार को दिल्ली उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर कर विरोध करने वाले पहलवानों के खिलाफ कई आरोप लगाए गए है।
बृजभूषण सिंह की तरफ से जबरन वसूली और छवि खराब करने के कारण FIR दर्ज करने की मांग की: Petition Against Wrestlers
आरोप में बृजभूषण सिंह की तरफ से जबरन वसूली और छवि खराब करने के कारण FIR दर्ज करने की मांग की है। इस मामले की सुनवाई के लिए अगले सप्ताह तक की तारीख आने वाली थी पर अचानक ऐसा कुछ हुआ कि हाई कोर्ट से इस याचिका को वापस ले लिया गया है । पर हाई कोर्ट में दायर इस याचिका के कारण बृजभूषण शरण सिंह सकते में आ गए और फिर उन्होंने एक ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है कि ट्वीट में सिंह ने लिखा-
मेरे या मुझसे सम्बद्ध किसी अधिकृत व्यक्ति द्वारा दिल्ली सरकार ,धरना देने वाले पहलवानों और न्यूज़ चैनलो के विरुद्ध कोई याचिका प्रस्तुत नहीं की गई है, मैंने किसी अधिवक्ता, लॉ एजेंसी या प्रतिनिधि को किसी न्यायालय में याचिका प्रस्तुत करने की अनुमति या अधिकार प्रदान नहीं किया है.
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वर्तमान समय में विषय की संवेदनशीलता और गंभीरता को देखते हुए सभी से अनुरोध है कि किसी अफवाह या भ्रमात्मक तथ्यों को बढ़ावा देकर अव्यवस्था न बढ़ावें। इस मामले की जांच में पता चला है कि बृजभूषण का रसोइया कहे जाने वाले विक्की नाम के व्यक्ति ने यह याचिका दायर की है । दायर की गई याचिका में विनेश फोगाट, साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया, संगीता फोगाट, अंशु मलिक और सोनम मलिक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है।
विक्की के वकील श्रीकांत प्रसाद ने कहा कि याचिकाकर्ता “अत्यधिक दबाव” के कारण याचिका वापस ले रहा है। वकील ने कहा, “मैंने याचिकाकर्ता से बात की है और वह अत्यधिक दबाव के कारण याचिका को आगे बढ़ाने को तैयार नहीं है।” वहीं विक्की ने अपनी दलील में कहा कि विनेश फोगाट पहली मुख्य व्यक्ति हैं, जिन्होंने विरोध प्रदर्शन के बहाने बृजभूषण को डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के लिए कथित रूप से ब्लैकमेल करना शुरू किया। विक्की ने अपने बयान में कहा कि बृजभूषण मानसिक प्रताड़ना और बदनामी का शिकार है, उनके जीवन और सम्मान का चंद महिला पहलवानों ने मजाक उड़ाया है।
इसके अलावा विक्की की याचिका में-
मीडिया पर यह आरोप भी लगाया कि मीडिया खुद ही अदालत की तरह बेवजह फैसले सुनाने का काम करती है जो बृजभूषण की छवि को खराब करती है । बता दे कि केंद्रीय खेल मंत्रालय ने जांच पूरी होने तक डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष पद से बृजभूषण सिंह को दूर रहने के लिए कहा गया है ,साथ ही उत्तर प्रदेश के गोंडा में चल रहे WFI के रैंकिंग टूर्नामेंट सहित सभी गतिविधियों” को तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया था।