Railway Budget 2023: रेलवे बजट में बड़ा बदलाव तीन सालों में देश में दौड़ेगी 400 वंदे भारत ट्रेन!
Railway Budget 2023: वित्त वर्ष 2023-24 का कल वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन (Nirmala Sitharaman) ने देश के सामने बजट पेश किया...

Railway Budget 2023: वित्त वर्ष 2023-24 का कल वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन (Nirmala Sitharaman) ने देश के सामने बजट पेश किया. बजट में वित्त मंत्री (Finance Minister) ने इस देश के अलग-अलग सेक्टर के लिए कई तरह की सौगात दी गई थी. अब तक का इसमें रेलवे का सबसे बड़ा आवंटन दिया गया. 2.4 लाख करोड़ रुपये सरकार रेलवे पर खर्च करके इसे आधुनिक रूप देना चाहती है. इन पैसों को रेलवे आधुनिकीकरण (railway modernization), सर्विस और सिक्योरिटी पर खर्च करेगी. मार्डन रेलवे स्टेशनों (Modern Railway Stations) का रेलवे का लक्ष्य है कि ज्यादा से ज्यादा निर्माण कराया जाए.लग्जरी और सेमी हाई स्पीड ट्रेनों की इसके साथ ही देश में संख्या में इजाफा किया जाए. इसके लिए वंदे भारत ट्रेनों (Vande Bharat Train) की संख्या में बढ़ोत्तरी करने पर रेलवे ज्यादा ध्यान दे रहा है.
तीन सालों में 400 वंदे भारत ट्रेन का है लक्ष्य: Railway Budget 2023
आपको बता दें कि देश में कुल अब तक 8 रूटों पर वंदे भारत ट्रेन का संचालन किया जा रहा है. कुल 75,000 करोड़ रुपये रेलवे वंदे भारत ट्रेन के इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने के लिए खर्च करेगा. देश में इस पैसे से वंदे भारत ट्रेन के कोच को तैयार किया जाएगा. रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) ने कहा है कि देश में अगले 3 सालों में कुल 400 वंदे भारत ट्रेनों को चलाने का प्लान बनाया है. ऐसे में इन ट्रेनों के कोचों का निर्माण के लिए चेन्नई के इंटीग्रल कोच फैक्ट्री यानी ICF में होता है. रेलवे ने चेन्नई के अलावा हरियाणा के सोनीपत, यूपी के रायबरेली और महाराष्ट्र के लातूर में भी इन कोचों को बनाने का टारगेट बनाया है.
पहियों बनाने आर्डर रेलवे ने दे दिया है
इस हाई स्पीड ट्रेन पर फोकस पिछले साल के बजट पर भी किया गया था. वित्त मंत्री ने बजट 2022 में ही ऐलान किया था कि देश में कुल 400 वंदे भारत ट्रेनों को विभिन्न रूट पर चलाया जाएगा. आपको बता दें रेलवे ने सिर्फ इस वर्ष के बजट में ही वंदे भारत ट्रेन पर नहीं ध्यान दिया है. अब इस बजट में इस प्लान पर आगे प्रयास किया जा रहा है. यूक्रेन को पिछले साल ही रेलवे ने कुल 140 करोड़ रुपये के 36,000 पहियों वंदे भारत के पहिए बनाने का ऑर्डर दिया था, लेकिन युद्ध के कारण पहियों के काम में बाधा आ गई थी. इसके बाद रेलवे ने यह ऑर्डर मलेशिया, चेक रिपब्लिक, चीन और पोलैंड और अमेरिका जैसे देशों को दे दिया था. वहीं इसके अलावा 1 लाख से ज्यादा पहियों का निर्माण स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया भी कर रही है.
रेलवे बजट के पैसों का किस तरह करेगा खर्च
आपको बता दें कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Railway Minister Ashwini Vaishnaw) ने बजट के बाद बताया है कि रेलवे को इस बार के बजट में पूरे पैसे मिले है. पिछले कई सालों से इसके साथ ही उन्होंने कहा कि रेलवे के पास पैसों की बहुत कमी थी, इस बजट में जिसे पूरा कर दिया गया है. रेल मंत्री ने बताया कि इस हाइड्रोजन ट्रेन, वंदे भारत ट्रेन, स्टेशनों के विकास और जरूरी चीजों पर खर्च किया जाएगा. इसके साथ ही देश के कुल 1275 स्टेशन को डेवलप करने का प्रयास रखा गया है. इसमें बड़े स्टेशनों से लेकर मीडियम स्टेशन और कुछ छोटे स्टेशन को रिनोवेशन भी किया जाएगा.