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UP: 23 साल बाद बिजली कर्मचारी 72 घंटे की हड़ताल पर

UP: उत्तर प्रदेश में पिछले 72 घंटों से जारी बिजली करमचारियों की हडताल ने यूपी की सरकार को मुसीबत में ला दिया है गुरूवार रात 72...

UP: उत्तर प्रदेश में पिछले 72 घंटों से जारी बिजली करमचारियों की हडताल ने यूपी की सरकार को मुसीबत में ला दिया है गुरूवार रात 72 घंटे की हड़ताल शुरू की गई थी। जिसमें कर्मचारियों ने कई मुद्दों को लेकर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया था इस हडताल का कारण प्रमोशन , पेंशन और अन्य मुद्दों पर कुप्रबंधन का कारण बताया गया। वहीं इस मामले में उत्तर प्रदेश में विभिन्न निगमों में आउटसोर्सिंग एजेंसी के जरिए और संविदा पर कार्यरत करीब 650 कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। इनमें पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम में 242 कर्मचारियों की तो वहीं मध्यांचल के 110 कर्मचारी पश्चिमांचल में 60 और दक्षिणांचल के 38 कर्मचारी बर्खास्त किए गए हैं।

विद्युत वितरण एजेंसियों को जारी किए गए नोटिस में कार्रवाई की गई है: UP

इसके इतर विद्युत वितरण एजेंसियों को जारी किए गए नोटिस में कार्रवाई की गई है । एम देवराज जोकि विद्युत वितरण कॉरपोरेशन के चेयरमैन है उन्होंने बताया कि भारत इंटरप्राइजेज के खिलाफ कड़े कदम उठाए गए है गाजीपुर में बिजली आपूर्ति के लिए काम कर रही फर्म अपने कर्मचारियों को उपस्थित करा पाने में विफल हुई है जिसके बाद फर्म के महाप्रबंधक एवं सुपरवाइजर राहुल सिंह के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई गई है।

योगी बोले – अराजकता फैलाने वाले बिजलीकर्मी होंगे सूचीबद्घ

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अराजकता फैलाने वाले बिजली कर्मी सूचीबद्घ किए जाएंगे। बिजली फीडर बंद करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी । सरकार प्रतिवर्ष 20 हजार करोड़ रुपये पावर कॉर्पोरेशन को उसका घाटा पूरा करने के लिए देती है।

इस मामले में ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने हड़ताल में शामिल कर्मचारियों को चेतावनी दी है कि लाइन में जानबूझकर गडबडी करने और फॉल्ट करने वालों को आकाश-पाताल से खोज निकालेंगे और कार्रवाई करेंगे।इस मामले में ताजे अपडेट के अनुसार लगभग 30 मिनट चली बैठक में अधिकारियों ने इस बारे में विस्तृत चर्चा की है साथ ही उन कारणों पर जांच किए जाने की बात हुए है जिसकी वजह से संविदा कर्मी हड़ताल में शामिल हुए है हांलाकि इससे पहले उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री ने आपूर्ति को पूरे नियंत्रण में बताया था कहा था कि प्रदेश में चार हजार मेगावाट सरप्लस बिजली है।

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